यह कविता मेरे जीवन की सच्चाई है.... यह कविता मेरे जीवन की सच्चाई है....
जीवन भर पिता जो संतानों के लिए करते, मुश्किल आँंकना उनका मोल है। जीवन भर पिता जो संतानों के लिए करते, मुश्किल आँंकना उनका मोल है।
मेरे सपनों का प्यार कुछ ऐसा होता जो मेरे जिस्म को नहीं रूह को संवारता, मेरे सपनों का प्यार कुछ ऐसा होता जो मेरे जिस्म को नहीं रूह को संवारता,
वही मेरे जीवन का आधार मेरी बेटी मेरा श्रवण कुमार। वही मेरे जीवन का आधार मेरी बेटी मेरा श्रवण कुमार।
परिंदा मेरे मन का छटपटाता उड़ने को प्रयास लम्बी उड़ान के लिए अधूरी लालसा लिए लौट परिंदा मेरे मन का छटपटाता उड़ने को प्रयास लम्बी उड़ान के लिए अधूरी...
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...